Rajasthan News: राजस्थान विधानसभा में सत्ता पक्ष और विपक्ष के साथ कई दिनों चला गतिरोध गुरुवार को खत्म होने के 24 घंटे के भीतर ही कांग्रेस के एक विधायक ने शुक्रवार को फिर सदन में अमर्यादित भाषा बोल कर हंगामा खड़ा कर दिया। मीडिया सूत्रों के अनुसार यह वाकया अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान घटित हुआ। जनजाति क्षेत्रीय विकास के साथ ही सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान जब कांग्रेस के विधायक गणेश घोघरा बोल रहे थे तो भाजपा के विधायक ने बीच में टोक दिया। इस पर गणेश घोघरा आपा खो बैठे और बोले- “ओए बात मत कर। नहीं तो मेरा जूता बात करेगा। बीच में डिस्टर्ब मत कर।’ इस पर भाजपा विधायकों ने एतराज जताया, जिस पर हंगामा हुआ।
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Rajasthan News: डोटासरा ने स्पीकर के लिए बोले थे अमर्यादित शब्द
बता दें कि इससे पहले विधानसभा में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी के लिए अमर्यादित शब्द बोले थे। इस मामले को लेकर उपजा गतिरोध एक दिन पहले ही गुरुवार को खत्म हुआ था। विधायक घोघरा ने विधानसभा में एक बार फिर आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड का मामला उठाया। उन्होंने कहा कि पहले जनगणना में आदिवासियों का अलग धर्म कोड था, लेकिन उसे हटा दिया गया। अन्य धर्मों के लिए जनगणना में अलग धर्म कोड है, लेकिन आदिवासियों के लिए अलग धर्म कोड नहीं है।
सरकार नहीं चाहती गरीब के बच्चे अंग्रेजी पढ़ें : घनश्याम
सदन में बोलते हुए टोडाभीम विधायक घनश्याम ने कहा कि सरकार महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को बंद कर रही है। इनमें गरीब तबके के अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति और अल्पसंख्यक वर्ग के बच्चे पढ़ते हैं। उन्होंने कहा कि विधायकों और मंत्रियों के बच्चे निजी अंग्रेजी स्कूलों में पढ़ते हैं, लेकिन गरीब का बच्चा अंग्रेजी पढ़े, यह सरकार को गवारा नहीं है। इसलिए इन स्कूलों को बंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इन स्कूलों को बंद करने से पहले सरकार को धरातल पर वास्तविकता का पता कराना चाहिए।
कुछ कहते आदिवासी हिंदू नहीं, पर मैं तो हूं हिंदू : डेचा
अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान विधायक शंकर लाल डेचा ने कहा भारतीय जनता पार्टी की सरकार में आदिवासी के उत्थान के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जो लोग संविधान बचाओ का नारा दे रहे हैं, उन्होंने हमेशा संविधान को अपनी जेब में रखा और संविधान की मूल भावना के लिए काम नहीं किया। आज मेरे सामने बैठे आदिवासी भाई कहते हैं कि वे आदिवासी हिंदू नहीं हैं, जबकि मैं कहता हूं कि मैं राजस्थान का रहने वाला हूं। मैं हिंदू हूं और भगवान की पूजा करता हूं। मैं गंगा मैया की पूजा की करता हूं और महादेव की भी पूजा करता हूं।