Wednesday, March 12, 2025

Mahakumbh 2025: महाशिवरात्रि पर आखिरी स्नान को संगम पर उमड़े श्रद्धालु, जानें अंतिम शाही स्नान का महत्व

Mahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक 45 दिवसीय महाकुंभ का आज शिवरात्रि पर संगम में अंतिम डुबकी के साथ समापन हो रहा है। महाशिवरात्रि (26 फरवरी, 2025) के दिन अंतिम शाही स्नान के लिए संगम तट पर भारी इंतजाम किए गए हैं। संगम पर स्नान करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। अंतिम स्नान को लेकर दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर हैं। श्रद्धालुओं के महाकुंभ पहुंचने का सिलसिला जारी है।

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Mahakumbh 2025: सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर

वहीं, महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के लिए भारी इंतजाम किए गए हैं। संगम पर स्नान करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। अंतिम स्नान पर्व के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को ध्यान में रखते हुए सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यह निर्देशित किया गया है कि मेला क्षेत्र और प्रमुख शिवालयों में सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं।

नजदीक के घाट पर ही स्नान करेंगे श्रद्धालु

महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महाकुंभ पुलिस ने ऐसा प्लान बनाया है, जिससे वह नजदीक के घाट पर स्नान कर सकेंगे। इसके लिए सभी दिशाओं से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए अलग-अलग घाट निर्धारित किए गए हैं। महाशिवरात्रि के दिन ब्रह्म मुहूर्त की शुरुआत 05:09 बजे होगी। ब्रह्म मुहूर्त का समापन 5: 59 बजे हो जाएगा। गोधूलि मुहूर्त शाम 6:16 बजे शुरु होगा। यह मुहूर्त शाम 6: 42 बजे तक रहेगा. इसके बाद निशीथ काल मुहूर्त रात 12:09 बजे से 12: 59 बजे तक रहेगा।

मेला क्षेत्र नो व्हीकल जोन घोषित

शहर की यातायात व्यवस्था के लिए ट्रैफिक डायवर्जन और रूट प्लान को प्रभावी रूप से लागू किया गया है। मंगलवार शाम 6 बजे से पूरे मेला क्षेत्र को नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है, जिसके तहत किसी भी वाहन का मेला क्षेत्र में प्रवेश पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से यातायात नियमों और प्रशासनिक दिशा-निर्देशों का पालन करने की अपील की है ताकि महाशिवरात्रि और महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जा सके।

यह रहेगी व्यवस्था

(1) उत्तरी झूंसी से आने वाले श्रद्धालु संगम हरिशचंद्र घाट एवं संगम ओल्ड जीटी घाट पर स्नान करेंगे।

(2) दक्षिणी झूंसी से आने वाले श्रद्धालु संगम द्वार ऐरावत घाट पर स्नान करेंगे।

(3) परेड पर आने वाले श्रद्धालु संगम द्वार भरद्वाज घाट, संगम द्वार नागवासुकि घाट, संगम द्वार मोरी घाट, संगम द्वार काली घाट, संगम द्वार रामघाट एवं संगम द्वार हनुमान घाट पर स्नान करेंगे।

(4) अरैल क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालु संगम द्वार अरैल घाट पर स्नान करेंगे।

पांटून पुलों का संचालन श्रद्धालुओं के भीड़ के दबाव के अनुसार किया जाएगा।

जानें महाकुंभ शाही स्नान की तिथियां

पहला शाही स्नान : 13 जनवरी (पौष पूर्णिमा)

दूसरा शाही स्नान : 14 जनवरी (मकर संक्रांति)

तीसरा शाही स्नान : 29 जनवरी (माघ अमावस्या)

चौथा शाही स्नान : 3 फरवरी (बसंत पंचमी)

पांचवां शाही स्नान : 13 फरवरी (माघ पूर्णिमा)

आखिरी शाही स्नान : 26 फरवरी (महा शिवरात्रि)

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