FIFA World Cup: फीफा विश्व कप 2030 के शेड्यूल की घोषणा हो चुकी है। फुटबॉल के इस सबसे बड़े टूर्नामेंट का आयोजन साल 2030 में मोरक्को के साथ-साथ स्पेन और पुर्तगाल में किया जाएगा। ऐसे में अब इसे लेकर नया बवाल शुरू हो चुका है। दरअसल इस मेगा इवेंट के लिए मोरक्को में 30 लाख स्ट्रीट डॉग्स को मारे जाएंगे
जब भी किसी कंट्री में कोई बड़ा इवेंट होने वाला होता है, तो वो उस इवेंट को सक्सेसफुल बनाने के लिए क्या करती है ?
अपना इंफ्रास्ट्रक्चर अच्छा करती है, क्लीनलीनेस और सिक्योरिटी measures पर ध्यान देती है, और यह सब सही भी है। लेकिन अगर कोई देश किसी इवेंट के लिए क्रुएलिटी की सारी हदे पार करते हुए वहां के जानवरो को मारना शुरू कर दे तो। इमेजिन भी नहीं कर पा रहे होंगे ना।
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FIFA World Cup: मोरक्को पर है यह आरोप
मगर ऐसे ही कुछ allegations लग रहे है मोरक्को पर। जहा 2030 में फीफा world cup होने वाला है। हालाँकि अभी इस इवेंट में 5 साल है, लेकिन यह अभी से चर्चा में आ गया है, क्यों ? दरअसल मोरक्को में फीफा को देखने के लिए लाखों की संख्या में फैंस आएंगे। इस दौरान शहर को साफ-सूतरा बनाए रखने के लिए और उन्हें आवारा पशुओं बचाये रखने के लिए प्रशासन करीब 30 लाख स्ट्रीट डॉग्स को मारने की तैयारी कर रहा है। ऐसा INTERNATIONAL ANIMAL WELFARE PROTECTION COLLITION की रिपोर्ट में बताया गया है की
FIFA World Cup: उनका कहना है की मोरक्को में सफाई अभियान के नाम पर 2023 से लाखो आवारा कुत्तो की हत्याएं की जा रही है। ऐसा आरोप है की इन्हे सडको पर खुले आम जहर दे कर, गोली मार कर या उन्हें पकड़ कर मारा जा रहा है। इसी को लेकर IAWPC ने FIIFA पर भी आरोप लगाया है की उसने इस मामले में आँख बंद कर के मोरक्को पर विश्वास कर लिया है। इसी के चलते मोरक्को की फेमस एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट और लॉयर जेन गुडॉल ने इस पूरे मामले का विरोध करते हुए फीफा के महासचिव मैटियास ग्राफ स्ट्रॉ को एक लेटर लिखा है।
FIFA World Cup: इसमें उन्होंने महासचिव वार्निंग भी दी है कि अगर उन्होंने इस मटर में इंटरफेरे नही किया तो एनिमल राइट्स एक्टिविस्ट की तरफ से बड़े कदम उठाए जाएंगे। जाएंगे। मगर एक्सपर्ट्स का कहना है की मोरक्को पहला नहीं है जहा ऐसी चीज़े हो रही है, बल्कि इससे पहले रूस और ब्राज़ील में भी पिछले टूर्नामेंट से पहले ऐसा किया गया था। इन खबरों के बाद से सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा देखने को मिला। कई लोग तो FIFA को बॉयकॉट करने तक की बात कह रहे है। अब आप बताइये क्या कोई भी स्पोर्ट्स इवेंट इतना ज़रूरी है की उसके लिए इन मासूमो की जान ले ली जाये।