साल 2024 का आखिरी महीना यानि दिसंबर आ चुका है। लोगो में नए साल को लेकर उम्मीद है तो वही इस साल बिताये अचे पालो की सुहानी यादें भी है।
ऐसे में अगर देखा जाये तो इस साल की शुरुवात भी एक मंदिर की चर्चा से हुई थी और समापन भी करीब-करीब एक मंदिर के विवादों की चर्चा के साथ ही हो रहा है। ऐसे में चलिए जानते है की भारत के वो दो प्रसिद्ध मंदिर कौन से जो इस साल ट्रेंड में रहे और क्यों ?
राम मंदिर, अयोध्या
22 जनवरी 2024 का दिन भारतीय इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया। इस दिन अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई, जो हिंदू समाज के लिए जन्मों-जन्मांतर तक यादगार रहेगा। राम मंदिर का निर्माण लंबे संघर्ष और कई चुनौतियों के बाद पूरा हुआ। बाबरी मस्जिद विवाद, अदालतों में वर्षों तक चली कानूनी लड़ाई, और अंततः सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद यह मंदिर साकार हुआ।
रामलला की नई मूर्ति का अनावरण
राम मंदिर के नवनिर्माण के साथ रामलला की नई मूर्ति भी प्रतिष्ठित की गई। 5 वर्षीय रामलला की यह मूर्ति काले श्याम शिला से निर्मित है। यह मूर्ति बाल्य अवस्था, दिव्यता, और राजकुमार के गुणों का अद्भुत सम्मिश्रण है। मूर्ति की मुद्रा कमल दल पर खड़े भगवान राम की है, जिसमें उनके हाथ में धनुष और तीर हैं। इसका वजन लगभग 200 किलोग्राम है, जबकि इसकी ऊंचाई 4.24 फीट और चौड़ाई तीन फीट है।
टाइम कैप्सूल: भविष्य के लिए धरोहर
अयोध्या में राम मंदिर को हजारों वर्षों तक इतिहास में जीवंत बनाए रखने के लिए गर्भगृह के नीचे 200 फीट की गहराई में एक टाइम कैप्सूल रखा जाएगा। इसमें मंदिर से संबंधित सभी ऐतिहासिक जानकारियां शामिल होंगी। इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि आने वाली पीढ़ियां मंदिर और जन्मभूमि के इतिहास को समझ सकें, और भविष्य में कोई विवाद न हो।
तिरुपति बालाजी मंदिर: 2024 में चर्चा का विषय
2024 में आंध्र प्रदेश के प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर ने भी विशेष चर्चा बटोरी। दुनिया के सबसे अमीर मंदिरों में शुमार यह मंदिर अपने प्रसादम लड्डू को लेकर विवाद में रहा।
लड्डू प्रसादम की अनोखी मान्यता
तिरुपति बालाजी में चढ़ने वाले लड्डू प्रसाद की गहरी धार्मिक मान्यता है। यह माना जाता है कि तिरुपति बालाजी के दर्शन लड्डू प्रसाद ग्रहण किए बिना अधूरे हैं। हर दिन लाखों की संख्या में लड्डू बनाए जाते हैं। लेकिन इस साल, प्रसादम लड्डू में जानवरों की चर्बी और मछली के तेल की मिलावट के दावे ने मंदिर को सुर्खियों में ला दिया। हालांकि, मंदिर प्रशासन ने इन आरोपों का खंडन किया और प्रसाद की पवित्रता बनाए रखने का आश्वासन दिया।
धार्मिक स्थलों का बढ़ता महत्व
राम मंदिर और तिरुपति बालाजी जैसे प्रमुख मंदिरों का ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में हिंदू धर्म और इसकी परंपराओं को दर्शाता है। 2024 में इन मंदिरों ने न केवल श्रद्धालुओं बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया।