Google Map: डिजिटलाइजेशन के दौर में आजकल सभी लोग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने लगे है, लेकिन कभी-कभी ये टेक्नोलॉजी हमारे लिए जानलेवा बन जाती है। ऐसा ही कुछ मामला यूपी के बरेली जिले से आ रहा है। जहां पर गूगल मैप पर भरोसा करना तीन दोस्तों के लिए जानलेवा बन गया। उन्होंने घर लौटने के लिए गूगल मैप का सहारा लिया और वो जानलेवा बन गया।
Google Map: गूगल मैप ने आधे पुल का रास्ता दिखाया
दरअसल एक शादी से लौट रहे तीन दोस्तों ने गूगल मैप से रास्ता देखा। फिर क्या था गूगल मैप ने आधे बने पुल का रास्ता दिखाया। इससे तेज रफ्तार कार अधूरे पुल से नीचे जा गिरी। जिसमें तीन दोस्तों की मौत हो गई। हादसा रामगंगा नदी पर फरीदपुर-बदायूं के दातागंज को जोड़ने वाले अधूरे पुल पर हुआ। पुलिस के अनुसार कार दातागंज की ओर से गूगल मैप के सहारे आ रही थी और इलाके में धुंध ज्यादा होने की वजह से यह हादसा हुआ।
प्रशासन जिम्मेदार
इस घटना में प्रशासन की ओर से बड़ी लापरवाही देखने को मिली। अधूरे पुल पर कोई बैरिकेडिंग नहीं थी और न ही वहां चेतावनी देने वाले संकेतक लगाए गए थे। यह एक निर्माणाधीन पुल था, जिसे खुला छोड़ दिया गया था। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस तरह की लापरवाही को टाला नहीं जा सकता था? गूगल मैप, जो रास्ता दिखाने का काम करता है। उसकी जानकारी अकसर वास्तविक समय के डेटा पर निर्भर करती है। यदि लोकल इंफ्रास्ट्रक्चर का अपडेट समय पर न किया जाए, तो यह गलत दिशा दिखा सकता है।