Manipur: मणिपुर में लगातार जारी हिंसा को देखते हुए 5 जिलों में कर्फ्यू लगाया गया है, लेकिन इसके बावजूद कर्फ्यू के बीच एक सनसनीखेज मामला सामने आ रहा है। बीते 11 नवंबर को जिरीबाम जिले से कुकी उग्रवादियों ने एक मैतई परिवार के 6 लोगों का अपहरण कर लिया।, जिसमे तीन बच्चे समेत 3 महिलाएं शामिल थी। जोकि जिरीबाम के राहत शिविर में शरण लिए हुए थे। 16 नवंबर को इनके शव नदी में तैरते हुए मिले। जो बहुत ही खराब हालात में थे।
कर्फ्यू हटाने का आदेश वापस
कर्फ्यू के दौरान तीनों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सार्वजनिक हुई है। जिसमें डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे के सिर में गोली लगने का निशान मिला है। डॉक्टरों का कहना है कि निर्मम तरीके से बच्चे की हत्या की गई थी। महिलाओं की भी गोली मारकर निर्मम तरीके से हत्या की गई थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद मणिपुर में तनाव बढ़ने की आशंका है। इसको देखते हुए राज्य सरकार ने जिरीबाम में स्कूल-कॉलेज खोलने के साथ ही कर्फ्यू हटाने का आदेश वापस ले लिया है।
7 जिलों में इंटरनेट दो दिनों के लिए बंद
बता दें कि मणिपुर में बवाल को देखते हुए 7 जिलों में इंटरनेट दो दिनों के लिए बंद कर दिया गया था। इंफाल घाटी में सभी 5 जिलों के स्कूल-कॉलेज दो दिन बंद रखने का आदेश दिया गया था। केंद्रीय गृह मंत्रालय लगातार मणिपुर के सुरक्षा हालातों की समीक्षा कर रहा है। इस घटना के बाद उग्र भीड़ और सुरक्षा बलों के बीच जमकर झड़प हुई, जिससे हालात और तनावपूर्ण हो गए है। साथ ही इंफाल घाटी के पांच जिलों में स्कूल और कॉलेज भी बंद रखने का आदेश दिया गया है। मणिपुर में हिंसा और तनाव के चलते पिछले दो दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है। राज्य के कई सरकारी दफ्तरों में ताले जड़ दिए गए हैं, क्योंकि प्रदर्शनकारी सरकारी संपत्तियों और कार्यालयों को भी निशाना बना रहे हैं। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि सेना कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।