SDM slapping incident in Rajasthan: राजस्थान के टोंक में एसडीएम थप्पड़ कांड में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद फैले उपद्रव के मामले में अब गुर्जर समाज भी मैदान में उतर आया है। भाजपा नेता विजय सिंह बैंसला शनिवार को टोंक पहुंचे। बैंसला ने अभी तक गिरफ्तार उपद्रवियों के मूल निवास को मुख्य मुद्दा बनाया है, जिसमें 2 आरोपियों को छोड़कर सभी टोंक से बाहर के निवासी हैं। बाहरी उपद्रवियों को लेकर बैंसला का कहना है कि टोंक में साजिश के तहत उपद्रव किया गया, जिसमें स्थानीय ग्रामीणों के वाहनों और घरों को चिह्नित कर हमला किया गया।
इसी मुद्दे को लेकर बैंसला ने टोंक पुलिस अधीक्षक से भी मुलाकात कर उपद्रव की साजिश का पर्दाफाश करने की मांग भी की है। वहीं अजमेर रेंज आईजी ओम प्रकाश ने भी माना कि उपद्रव में शामिल ज्यादातर आरोपी टोंक के नहीं थे। उनका कहना था कि अभी तक गिरफ्तार 60 उपद्रवियों में केवल दो ही टोंक जिले के निवासी हैं, अन्य 58 आरोपी दूसरे जिलों के हैं। इधर, निर्दलीय विधायक नरेश मीणा की गिरफ्तारी के विरोध में धरना-प्रदर्शन का सिलसिला भी शुरू हो गया है।
एसपी से साजिश का पर्दाफाश करने की मांग
इस घटना के के तीन दिन बाद गुर्जर समाज के कद्दावर नेता विजय सिंह बैंसला के अचानत टोंक जिले के दौरा करने पर मामला एक बार फिर गरमा गया है। टोंक पहुंचने के साथ ही में बैंसला सबसे पहले टोंक एसपी विकास सांगवान के मिलने पहुंचे। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा, पहले से ही टोंक के बाहर से उपद्रवियों को बुलाया गया। बैंसला का कहना था कि उपद्रवियों के ओर से वाहनों को भी बाकायदा चिह्नित कर आग के हवाले की जानकारी मिली है। इन सब आरोपों की तस्दीक करने के मामले में ही बैंसला ने टोंक दौरे पर आने का अपना मूल मकसद बताया। भाजपा नेता विजय सिंह बैंसला कहना था कि उपद्रव के दौरान हुए नुकसान को लेकर एसपी सांगवान से भी जानकारी गई है।
कोटा में नरेश मीणा की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन
देवली-उनियारा थप्पड़ कांड के मामले में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा की गिरफ्तारी को लेकर धरने-प्रदर्शन का सिलसिला भी शुरू हो गया है। इसी क्रम में शनिवार को कोटा में प्रदर्शन किया गया। कलेक्ट्रेट के सामने मीणा के समर्थकों ने एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया। पदर्शनकारियों ने सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन के दौरान मीणा समर्थकों ने कोटा एडीएम सिटी को प्रदेश सरकार के नाम ज्ञापन देकर निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को तुरंत जेल से रिहा करने की मांग की गई। ज्ञापन में स्पष्ट शब्दों में यह चेतावनी भी दी गई है कि अगर समय पर नरेश मीणा की रिहाई नहीं की गई, तो पूरे प्रदेश में चक्का जाम कर दिया जाएगा।