Rajasthan Politics: राजस्थान में उप चुनाव के बीच सियासी बयानबाजी तेज है। कांग्रेस ने सत्ता पक्ष पर विकास कार्यों को लेकर आरोप लगाए तो सोमवार को भजनलाल सरकार के दो मंत्रियों ने एक साथ पलटवार किया। बीजेपी कार्यालय पर विधि मंत्री जोगाराम पटेल और यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रदेश को जनता को उनके हाल पर छोड़ कर जो सरकार होटलों में बंद रही, उन कांग्रेस के नेताओं से विकास की बात की उम्मीद कैसे की जा सकती है? अंतर्कलह से घिरी कांग्रेस विकास कार्यों की दुश्मन है। भजनलाल सरकार ने पिछले 10 महीनों में 10 हजार करोड़ के विकास कार्यों का शिलान्यास किया है।
सरकार पर एक भी पैसे के भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि हमारी सरकार में निष्पक्षता से ट्रांसफर हुए हैं और होंगे। तत्कालीन शिक्षा मंत्री ने नाथी का बाड़ा बताया था। हमारी केंद्र या राज्य की सरकार पर एक भी पैसे के भ्रष्टाचार के आरोप नहीं लगे। 10 महीने में राजस्थान का बेड़ा गर्क कर दिया, आरोप पर मंत्री जोगाराम ने कहा कि भजनलाल सरकार कमिटमेंट की पक्की है। हमारी सरकार ने दो साल का भर्ती कैलेंडर जारी किया है। हमारा दृढ़ संकल्प है, चार साल में पांच लाख नौकरियां और बेरोजगारों को रोजगार देंगे।
कांग्रेस बेल की तरह, किसी न किसी सहारे की जरूरत
जोगाराम पटेल ने कहा कि कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि संगठन में अशोक गहलोत से रंधावा, टीकाराम जूली से बात करके प्रत्याशी घोषित करेंगे। क्या उन्होंने वरिष्ठ नेता का नाम जानबूझकर नहीं लिया या फिर अनदेखी की है? क्या कारण है उनसे सलाह नहीं ली गई। अंतर्कलह की वजह से अपने प्रत्याशी घोषित नहीं कर पा रहे हैं। जोगाराम ने कहा कि आज की तारीख में कांग्रेस बेल की तरह हो गई है, स्वयं खड़ी नहीं हो सकती है। किसी न किसी सहारे खड़ी होती है।
युवाओं के साथ किया था खिलवाड़
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि भाजपा की सरकार सदैव देश-प्रदेश के विकास के लिए प्रयत्नशील रहती है। वहीं, कांग्रेस विकास कार्य के दुश्मन के रूप में काम करती है। दिसंबर में भजनलाल सरकार बनने के बाद 10 हजार करोड़ रुपए के विकास कार्य शुरू किए हैं। वर्ष 2018 से 23 के बीच युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया. हमारी सरकार में युवाओं के पेपर लीक मामले में एसआईटी का गठन कर 200 लोगों की गिरफ्तारी हुई है।
76 हजार करोड़ के एमओयू हो चुके
पहली बार राजस्थान सरकार ने युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए दो साल का भर्ती कैलेंडर जारी किया है। अब तक 30 हजार नियुक्ति पत्र जारी किए गए हैं। बाकी नियुक्तियां पाइप लाइन में हैं. एक लाख युवाओं को सरकारी रोजगार दे देंगे। इसके अलावा राइजिंग राजस्थान में मुख्यमंत्री दो बार विदेश यात्रा करके आ चुके हैं। करोड़ों रुपए के एमओयू करके आए हैं। राइजिंग राजस्थान के तहत साढ़े 76 हजार करोड़ के एमओयू कर चुके हैं।