Adventure Tourism in Jaisalmer: राजस्थान हमेशा से ही टूरिस्ट के लिए पहली पसंद रहा है, जिसकी सबसे खास वजह है राजस्थान का रेगिस्तान जो की सबसे अधिक जैसलमेर जिले में है। इसी के चलते जैसलमेर राजस्थान में पर्यटकों की पहली पसंद बन चुका है। इसके साथ ही जिला प्रशासन अब सुरक्षा मानकों को लेकर भी सख्त हो गया है। इसके लिए अब क्षेत्र के धोरों पर पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने कैमल सफारी, जीप सफारी, क्वॉड बाइक, पैरासेलिंग व पैरामोटरिंग के सेवा प्रदाताओं का रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिया है। साथ ही केवल उन्हीं लोगों को परमिट दिया जाएगा जो लोग तमाम सुरक्षा मानकों को पूरा करेंगे।
अलग-अलग जगह चयनित कर जोन बनाए
जैसलमेर जिले में पिछले कुछ समय से एडवेंचर टूरिजम काफी बढ़ गया। यहां सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ साहसिक गतिविधियों के लिए भी काफी सेवा प्रदाता मौजूद है, लेकिन सुरक्षा मानक और नियम कायदे लागू नहीं है। वहीं अब प्रशासन ने एडवेंचर टूरिज्म को टूरिस्ट फ्रेंडली बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है। पहले सभी एडवेंचर एक्टिविटीज एक साथ ही ड्यूंस पर चलाई जाती थी, जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है। वहीं अब प्रशासन ने तमाम एडवेंचर एक्टिविटी के लिए अलग-अलग जगह चयनित कर जोन तैयार कर दिए हैं।
नए नियम के अनुसार रजिस्ट्रेशन शुरू
जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने बताया कि नए नियमों के हिसाब से पर्यटन विभाग ने रजिस्टेशन भी शुरू कर दिए हैं। इसमें कैमल सफारी, जीप सफारी, क्वॉड बाइक, पैरासेलिंग और पैरामोटरिंग के आवेदन लिए जा रहे हैं। इस बार हमने सम सेंड ड्यूंस में एडवेंचर टूरिज्म को व्यवस्थित करने के लिए जितने भी सर्विस प्रोवाइडर सभी को रजिस्ट्रड करने का निर्णय लिया है। जिनमें कैमल सफारी ऑपरेटर, जीप सफारी ऑपरेटर, क्वार्ड बाइक ऑपरेटर, पैरा सेलिंग और पैरामोटरिंग शामिल है. इस नियम से हम पर्यटकों के साथ हो रही ठगी रोक पाएंगे। वहीं सुरक्षा मानकों का भी ध्यान रखा जा सकेगा।
सभी मानकों को पूरे करने पर ही परमिट
पर्यटन विभाग के सहायक निर्देशक कृष्ण कुमार पूनिया ने बताया कि सभी एडवेंचर गतिविधियों में पर्यटकों के आकर्षण को देखते हुए पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन ने इन गतिविधियों को व्यवस्थित रूप से चलाने की योजना बनाई है। जिसमें सबसे पहले जॉनिंग की कार्रवाई की जा रही है और तमाम सेवा प्रदाताओं का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है। इसमें बेस्ट स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर के तहत ही परमिट दिए जाएंगे। वहीं अब तक कैमल सफारी में लगभग 200 सेवा प्रदाता, जीप सफारी के 150, क्वॉड बाइक के 25 से 30, पैरासेलिंग और पैरामोटरिंग के 10 सेवा प्रदाता आवेदन कर चुके हैं।