Sunday, November 24, 2024

Vijayadashami: हमने युद्ध तभी लड़ा जब किसी ने भारत की संप्रभुता का अनादर किया : राजनाथ सिंह

Rajnath Singh performed weapon worship: विजयदशमी के मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शस्त्र पूजना किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग पहुंचे। जहां वो सुकना कैंट में सेना के जवानों के साथ शस्त्रों की पूजा-अर्चना की। इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुकना कैंट में सेना के जवानों के साथ बातचीत की और उनका हालचाल जाना। साथ ही उन्होंने सेना के जवानों के साथ ग्रुप फोटो भी खिंचाई है।

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विजयदशमी बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक

विजयदशमी के अवसर पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हम सभी जानते हैं कि आज का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। जब भगवान राम ने बुराई के रावण पर विजय प्राप्त की। यह मानवता की जीत थी।’

हमारे दिल में किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं

राजनाथ सिंह ने कहा, ‘हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया, क्योंकि हमारे दिल में किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। हमने केवल तभी युद्ध लड़ा है जब किसी देश ने हमारी अखंडता और संप्रभुता का अनादर किया है। जब किसी देश ने धर्म, सत्य और मानवीय मूल्यों के खिलाफ युद्ध शुरू किया है।’ इसके साथ ही केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि शास्त्र की पूजा करना एक प्रतीक है, जिसे जरूरत पड़ने पर पूरी ताकत से इस्तेमाल किया जा सकता है।

विजयदशमी पर इसलिए होती है शस्त्रों की पूजा

बता दें कि विजयादशमी के मौके पर शस्त्र पूजन की परंपरा रही है। हिंदू धर्म की मान्यताओं में कहा जाता है कि देवी ने राक्षसों को मारकर धर्म और देवताओं की रक्षा की थी। राम ने भी धर्म रक्षा के लिए रावण को मारा था। इसलिए इस दिन देवी और भगवान श्रीराम के शस्त्रों की पूजा होती है। धर्म की रक्षा के लिए मंदिरों और घरों में रखे शस्त्रों का भी पूजन किया जाता है। विजयादशमी पर शस्त्र पूजन की शुरूआत राजा विक्रमादित्य ने की थी।

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