Protest against Jama Masjid in Kullu, Himachal: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में 30 सितंबर को हिन्दू संगठन के सदस्यों ने एक बड़ा जुलूस निकाल कर अवैध इबादतगाहों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के बाद अब हिन्दू संगठनों ने कुल्लू की एक अन्य मस्जिद को अवैध बताते हुए मोर्चा खोल दिया है। यहाँ बनी जामा मस्जिद को गिराने की माँग करते हुए हिन्दू संगठन के सदस्यों की पुलिस से धक्का-मुक्की हुई है।
इस मांग को लेकर हिन्दू संगठनों ने बड़ा जुलूस निकाल कर अवैध इबादतगाहों के खिलाफ आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। फ़िलहाल, मस्जिद के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिस मस्जिद को विवादित बताया जा रहा है वह कुल्लू के अखाड़ा बाजार में बनी है। मुस्लिम समुदाय के लोग इसे जामा मस्जिद के नाम से बुलाते हैं।
मस्जिद पर है वक्फ बोर्ड का कब्जा
प्रदर्शनकारियों ने मस्जिद से 25 मीटर दूर हनुमान चालीसा का पाठ किया और सनातन धर्म की रक्षा की शपथ ली और मस्जिद को गिराने की माँग को लेकर प्रशासन से बातचीत की। हालाँकि, उपायुक्त तोरुल एस रवीश और एसडीएम विकास शुक्ला की ओर से मस्जिद के वैध कागजात दिखाए जाने के बावजूद प्रदर्शनकारियों को संतुष्ट नहीं किया जा सका। एसडीएम विकास शुक्ला के मुताबिक अखाड़ा बाजार की जामा मस्जिद पर वक्फ बोर्ड का कब्जा है। हालाँकि प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे क्षितिज सूद ने अगली बार और उग्र प्रदर्शन का एलान किया है।
साल 2000 के बाद बनाई गईं है तीन मंजिल
मस्जिद को अवैध बताते हुए विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने 21 जून 2017 को इसकी शिकायत नगर परिषद कुल्लू से की थी। इस शिकायत का संज्ञान ले कर 28 जून को नगर परिषद ने एक नोटिस जारी किया था जिसके बाद निर्माण कार्य बंद करा दिया गया था। जामा मस्जिद नाम से चर्चित इस ढाँचे का 14 जुलाई 2000 को पारित हुआ था जिसमें एक मंजिल पुरानी है और तीन मंजिलें साल 2000 के बाद बनाई गईं हैं। हिंदू संगठनों ने इस मामले को अदालत में भी ले जाने का ऐलान किया है।