Tirupati: तिरुपति बालाजी मंदिर में प्रसाद में मिलावट को लेकर विवाद गर्माया हुआ है। अनजाने में जो लोग तिरुपति का मिलावटी प्रसाद खा चुके है। उन्हें इस अपराध से मुक्त होने के लिए साधु संतों की सर्वोच्च संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने बताया कि गंगाजल या गौमूत्र को ग्रहण कर सकते हैं।
Tirupati: मछली के तेल और बीफ टैलो मिले
बता दें कि पिछले दिनों आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने जगन मोहन रेड्डी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पिछली सरकार के कार्यकाल में मंदिर से मिलने वाले प्रसाद में जानवरों की चर्बी का इस्तेमाल किया जाता था। इसको लेकर नायडू ने गुजरात के लैब की रिपोर्ट भी पेश की थी। इस रिपोर्ट में बताया गया था कि प्रसाद में मछली के तेल और बीफ टैलो के इस्तेमाल की पुष्टि हुई है। वहीं वाईएसआर ने इन आरोपों का खंडन करते हुए जांच की मांग की है।
लड्डू की जगह मिले इलायची दाना
मंदिर के प्रसाद में मिलावट को लेकर एबीएपी के मंहत का कहना है कि पूरे देशभर के मंदिरों में लड्डू की जगह इलायची दाना, मिश्री व सूखे मेवे का भोग भक्तों में बांटना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से पुरे हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है और पवित्र होने के लिए गंगा जल औऱ गौमूत्र के इस्तेमाल से वो इस अपराध से मुक्त हो सकते है।