Demand to cancel Rahul Gandhi’s passport: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान पर बवाल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। भाजपा लगातार राहुल गांधी के बयान पर हमलावर है। अब राहुल गांधी का पासपोर्ट निरस्त करने की मांग उठाई गई है। राजस्थान में भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और चित्तौड़ से सांसद सीपी जोशी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर राहुल गांधी का पासपोर्ट निरस्त करने की मांग की है। सांसद सीपी जोशी ने पत्र में तीन बड़े कारण गिना कर राहुल गांधी का पासपोर्ट निरस्त करने की मांग उठाई है।
विदेशी ताकतों के हाथों खेल रहे राहुल
सीपी जोशी ने पत्र में लिखा है कि राहुल गांधी जैसे किसी व्यक्ति का नेता विपक्ष के पद पर रहना देश की सुरक्षा के लिए खतरा है। उनकी गतिविधियों को देखकर यह स्पष्ट हो जाता है कि राहुल देश विरोधी ताकतों के हाथों खेल रहे हैं। उन्होंने लिखा कि विदेश की धरती पर राहुल गांधी के दिए बयान किसी भी तरह से एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक के तौर पर सही नहीं हैं। राहुल गांधी के बयान राजनीतिक नहीं बल्कि विशुद्ध तौर पर देश विरोधी गतिविधियों के दायरे में आते हैं, जो उनके आचरण को संदिग्ध बनाता है। राहुल के बयानों से देश की आंतरिक स्थिरता और सीमाओं की सुरक्षा के अलावा अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि वे नेता विपक्ष के पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।
साध रहे विदेश कंपनियों का मकसद
सीपी जोशी ने पत्र में लिखा है कि बतौर नेता विपक्ष राहुल अपने देश के उद्योगपतियों के नाम लेकर उनके खिलाफ मुहिम चला रहे हैं। पक्ष या विपक्ष के नेता का दूसरे देश में जाकर अपने देश के उद्योगपतियों के खिलाफ बयानबाजी करना, आखिर राहुल के इस बयान के पीछे क्या मंशा है? जोशी ने लिखा इतना ही नहीं विदेशी कंपनियां जो बिना सिर पैर के भारतीय कंपनियों को अपना निशाना बनाती है और बड़े पैमाने पर आर्थिक नुकसान भी पहुंचा चुकी हैं। राहुल उन कंपनियों या संस्थाओं से जुड़े लोगों के साथ बैठकें करते हैं। क्या यह देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की कोशिश नहीं मानी जाएगी?
भारतीय समाज को बांटने की कोशिश
सीपी जोशी ने लिखा कि राहुल भारतीय समाज को बांटने की कोशिश कर उसकी एक विकृत तस्वीर पेश करते हैं। दशकों तक आतंकवाद की मार झेल चुके सिख समुदाय को लेकर यह बयान देना कि भारत में उन्हें पगड़ी समेत अपने दूसरे पवित्र पहचानों की छूट नहीं है, एक निकृष्टतम मिसाल है। जाहिर है वह कनाडा और अमेरिका में खालिस्तानी अलगाववादियों के एजेंडे को मजबूत करना चाहते हैं। राहुल एक तयशुदा एजेंडे पर चल रहे हैं जो भारत सरकार की अंतरराष्ट्रीय नीतियों के विपरीत हैं। उन्होंने लिखा कि राहुल का पासपोर्ट रद्द किया जाना चाहिए, ताकि वे भविष्य में विदेश की जमीन का इस्तेमाल भारत विरोधी मुहिम अथवा एजेंडे चलाने के लिए नहीं कर सकें।
सांसद जोशी ने गिनाए ये तीन बड़े कारण
1- विदेश की धरती पर राहुल गांधी के दिए बयान किसी भी तरह से एक जिम्मेदार भारतीय नागरिक के तौर पर सही नहीं हैं।
2- राहुल गांधी के बयान राजनीतिक नहीं बल्कि विशुद्ध तौर पर देश विरोधी गतिविधियों के दायरे में आते हैं जो उनके आचरण को संदिग्ध बनाता है।
3- राहुल के बयानों से देश की आंतरिक स्थिरता और सीमाओं की सुरक्षा के अलावा अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर भी असर पड़ सकता है, क्योंकि वे नेता विपक्ष पद का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं।