Big statement of Minister of State for Railways Ravneet Singh Bittu: केंद्रीय रेल राज्यमंत्री रवनीत सिंह बिट्टू सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर जयपुर पहुंचे। यहां एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि ट्रेन में सैकड़ों सवारियों के जान के साथ खिलवाड़ करने वाले आए दिन पटरियों पर कुछ रखकर अराजकता करते हैं। देश के अलग-अलग हिस्से से रेलवे ट्रैक पर भारी भरकम चीजें रखकर ट्रेन को डिरेल करने की कोशिशें हो रही हैं। हालांकि यह अभी साफ नहीं हो पाया है कि क्या यह कोशिशें संगठित रूप से हो रही हैं या इसके पीछे अराजक तत्व हैं। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री ने कहा कि लोगों को इन घटनाओं से घबराने की जरूरत नहीं है। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री बिट्टू ने कहा कि हमारे पास इनपुट हैं कि कौन ऐसा कर रहे हैं। होम मिनिस्ट्री के पास डिटेल है।
50 से ज्यादा अमृत भारत ट्रेनों का होगा संचालन
केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि हम रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर पर 2 लाख 50 हजार करोड़ रुपये खर्च करने वाले हैं। अगले एक साल में रेलवे की तस्वीर बदल जाएगी। हम जेनरल बोगी और स्लीपर बोगी वाली अमृत भारत ट्रेन शुरू करने वाले हैं। ऐसी 50 ट्रेनें चलेंगी। रेलवे की नेशनल शूटिंग चैंपियनशिप के उद्घाटन में पहुंचे बिट्टू ने खिलाड़ियों के लिए कई ऐलान किए।
‘राहुल या तो पप्पू हैं या फिर बहुत बड़े शातिर’
यहां मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए केंद्रीय रेल राज्य मंत्री बिट्टू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी को लेकर कहा कि राहुल गांधी को मुझसे बेहतर कोई नहीं जानता। या तो राहुल गांधी पप्पू हैं या फिर बहुत बड़े शातिर हैं। राहुल गांधी पर दिए गए बयान को लेकर बिट्टू ने कहा कि मैं अपने बयान पर कायम हूं और बयान देकर जो अपने शब्द वापस लेता है वो कायर होता है। उन्होंने कहा कि मैंने अपने बयान में सिर्फ सिखों की बात कही है। इसको कांग्रेस और भाजपा से जोड़कर नहीं देखा जाए।
‘राहुल सिखों से हथियार उठवाना चाहते हैं’
रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि जिस तरह से राहुल गांधी ने सिखों को लेकर बयान दिया है, उससे यह लगता है कि राहुल गांधी चाहते हैं कि सिख एक बार फिर से हथियार उठाएं। जबकि इंदिरा गांधी ने दरबार साहिब पर हमला किया और राजीव गांधी के राज में हजारों सिखों को मारा गया। रवनीत सिंह बिट्टू ने यह भी कहा कि हरियाणा के इलेक्शन के चलते शायद राहुल गांधी इस तरह के बयान दे रहे हैं, क्योंकि यहां 30 सीटें ऐसी हैं, जहां सरदारों का वोट बैंक सबसे ज्यादा है।