Environmental protection in Rajasthan: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रकृति का संरक्षण हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रकृति किसी न किसी रूप में मानव जाति को निरंतर सौगातें देती है। बदले में हमें भी प्राकृतिक संसाधनों के सीमित उपयोग और वृक्षारोपण से प्रकृति संरक्षण में अपना योगदान देना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पानी की व्यर्थ बर्बादी रोकने, थाली में आवश्यकतानुसार ही भोजन लेने और परिवहन के साधनों को साझा रूप से इस्तेमाल करने जैसे छोटे-छोटे प्रयासों से हम बड़ा बदलाव ला सकते हैं। आगामी वर्ष से राज्य का ग्रीन बजट भी पेश किया जाएगा। शर्मा ने यह बात शनिवार को जयपुर एक्जीबिशन एंड कन्वेंशन सेंटर में 5वें स्वच्छ वायु दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कही।
5 वर्षों में 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी की ओर से चलाए गए एक पेड़ मां के नाम अभियान से प्रेरणा लेकर विश्व पर्यावरण दिवस पर राज्य में मुख्यमंत्री वृक्षारोपण महाअभियान शुरू किया है, जिसके तहत 7 करोड़ से अधिक पौधे लगाए जा चुके हैं तथा 5 वर्षों में 50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही मिशन हरियालो राजस्थान के तहत 5 सालों में 4 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया जा रहा है।
प्रदेश में जल्द चलेंगी 1000 इलेक्ट्रिक बस
शर्मा ने कहा कि प्रदेश में सभी विकास योजनाओं में ग्रीन ग्रोथ के सिद्धांत तथा पर्यावरण संरक्षण के साथ आगामी वर्ष से राज्य का ग्रीन बजट पेश करने का भी निर्णय लिया गया है। साथ ही प्रदूषण मुक्त राजस्थान की संकल्पना हेतु बड़े शहरों में 1000 इलेक्ट्रिक बसें शीघ्र ही संचालित की जाएंगी। उन्होंने आह्वान किया कि वायु प्रदूषण को कम करने में सरकार के प्रयासों में भागीदार बनें।
वायु प्रदूषण रोकने के लिए सरकार के प्रयास
शर्मा ने कहा कि राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल की ओर से वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन, मोबाइल वैन के माध्यम से वायु गुणवत्ता का मापन, 600 से अधिक उद्योगों में ऑनलाइन प्रदूषण निगरानी प्रणाली भी स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रदूषण नियंत्रण मंडल की 13 प्रयोगशालाओं में से 5 प्रयोगशालाओं का आधुनिकीकरण किया गया है। साथ ही, 11 नई प्रयोगशालाएं भी स्थापित की जा रही हैं। जयपुर में वायु गुणवत्ता पर्यवेक्षण के लिए वेदर एंड पॉल्यूशन फोरकास्टिंग सिस्टम प्रारंभ किया जा चुका है जिसे अन्य शहरों में भी प्रारंभ किया जाएगा।
पर्यावरण हितैषी जीवनशैली अपनाने की जरूरत
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मिशन लाइफ का उद्देश्य पर्यावरण हितैषी जीवनशैली अपनाकर प्रकृति का संरक्षण करना है। उन्होंने कहा कि देश के 131 शहरों में नवाचारों एवं तकनीक के उपयोग के संयुक्त प्रयासों से पर्यावरण प्रदूषण को कम किया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत सरकार आइडियाज फॉर लाइफ कार्यक्रम के माध्यम से सात विभिन्न विषयों पर कार्य कर रही है। उन्होंने राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर चलाए गए वृक्षारोपण महाभियान की भी सराहना की। इस दौरान स्वच्छ वायु सर्वेक्षण के तहत तीन श्रेणियों (बड़े, मध्यम एवं छोटे शहर) में देश के नौ शहरों को अवार्ड भी दिया गया।