71st National Film Awards: 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा हुई, और इस बार तीन बड़े सितारों के लिए यह मौका बेहद खास रहा। शाहरुख खान, विक्रांत मैसी और रानी मुखर्जी को पहली बार नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।
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71st National Film Awards: बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड शाहरुख और विक्रांत को संयुक्त रूप से
इस साल बेस्ट एक्टर का राष्ट्रीय पुरस्कार शाहरुख खान और विक्रांत मैसी को संयुक्त रूप से मिला। शाहरुख को यह अवॉर्ड उनकी एक्शन-थ्रिलर फिल्म जवान के लिए मिला जिसमें उन्होंने डबल रोल निभाया था।
इस फिल्म में एक तरफ वे एक जवान बेटे के रूप में हैं, तो दूसरी ओर एक जिम्मेदार पिता के रूप में नज़र आए। शाहरुख की यह भूमिका देशभक्ति, न्याय और सिस्टम के खिलाफ लड़ाई से जुड़ी थी, जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
दूसरी ओर विक्रांत मैसी को फिल्म 12th फेल के लिए यह सम्मान मिला। यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है और एक साधारण से लड़के मनोज कुमार शर्मा की कहानी दिखाती है,
जो तमाम संघर्षों के बावजूद IPS अधिकारी बनता है। इस फिल्म में विक्रांत ने अपने किरदार को बेहद भावुक और सच्चाई से निभाया, जो दर्शकों के दिल को छू गया।
रानी मुखर्जी को मिला बेस्ट एक्ट्रेस का सम्मान
30 साल के लंबे करियर के बाद रानी मुखर्जी को भी उनके अभिनय के लिए पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। उन्हें यह अवॉर्ड मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे के लिए दिया गया। यह फिल्म एक सच्ची घटना पर आधारित लीगल ड्रामा है,
जो एक भारतीय मां सागरिका चक्रवर्ती की कहानी कहती है। साल 2011 में नॉर्वे में रहते हुए सागरिका के बच्चों को वहां की सरकार ने उनसे छीन लिया था, और इसके खिलाफ वह कानूनी लड़ाई लड़ती हैं। रानी ने इस फिल्म में सागरिका का किरदार निभाया और उनकी मां के रूप में लड़ाई को बेहद सजीवता से प्रस्तुत किया।
रानी ने अवॉर्ड मिलने के बाद कहा कि 30 सालों के करियर में ये उनके लिए एक भावुक क्षण है। उन्होंने कहा कि इस फिल्म ने उन्हें एक कलाकार के रूप में नई पहचान दी और वो इस सम्मान को अपनी पूरी टीम के साथ बांटना चाहती हैं।
उन्होंने खासतौर पर डायरेक्टर आशिमा छिब्बर, प्रोड्यूसर्स और पूरी कास्ट व क्रू का धन्यवाद किया। रानी ने कहा कि यह फिल्म मातृत्व की ताकत को दिखाती है और हर मां की आवाज बनकर उभरी है।
सिर्फ एक बंदा काफी है को मिला बेस्ट डायलॉग का पुरस्कार
सिर्फ एक बंदा काफी है को इस साल बेस्ट डायलॉग का अवॉर्ड दिया गया है। इस फिल्म के डायलॉग दीपक किंगरानी ने लिखे हैं। फिल्म कोर्टरूम ड्रामा पर आधारित है और इसमें एक वकील की भूमिका में मनोज बाजपेयी नज़र आते हैं, जो सिस्टम और ताकतवर लोगों के खिलाफ एक अकेले लड़ते हैं।
कटहल- ए जैकफ्रूट मिस्ट्री को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का सम्मान
इस साल कटहल – ए जैकफ्रूट मिस्ट्री को सर्वश्रेष्ठ हिंदी फिल्म का पुरस्कार मिला। इस फिल्म की निर्माता एकता कपूर और गुनीत मोंगा हैं। एकता कपूर ने अवॉर्ड मिलने पर खुशी जताते हुए कहा कि यह सम्मान उनके लिए बहुत खास है और जूरी के प्रति उन्होंने आभार व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि यह फिल्म एक साधारण लेकिन दिल को छू लेने वाली कहानी है, और इस सम्मान से उनकी मेहनत को पहचान मिली है।
वहीं, गुनीत मोंगा ने कहा कि यह पुरस्कार हर उस कहानी और आवाज की जीत है जो भारत के दिल से निकलती है। उन्होंने निर्देशक यशोवर्धन मिश्रा और लेखक अशोक मिश्रा को भी बधाई दी, जिन्होंने फिल्म को दिल से बनाया।