Bangladesh: बांग्लादेश इस समय हिंसा की आग में झुलस रहा है। 14 पुलिसकर्मी समेत करीब 300 लोगों की जान जा चुकी है, हिसां में हजारों लोग घायल हो चुके है, लेकिन क्या आपको पता है ये हिंसा हुई क्यों। इसके पीछे की वजह क्या है चो चलिए आपको बताते है।
Bangladesh में क्या है आरक्षण विवाद
Bangladesh में आरक्षण को लेकर छात्र सड़कों पर उतर आएं है। ऐसे में आप सोच रहे होंगे क्या है आरक्षण विवाद तो चलिए आपको बताते है। बांग्लादेश में 30 फीसदी आरक्षण साल 1971 के मुक्ति संग्राम के स्वतंत्रता सेनानियों के परिवार वालों को दिया गया है। वहीं 10 फीसदी आरक्षण पिछड़े जिलों के लिए और 10 प्रतिशत महिलाओं के लिए वहीं दिव्यागों के लिए 1 प्रतिशत और जातीय अल्पसंख्यक समूहों के लिए पांच प्रतिशत आरक्षित है।
Bangladesh में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू
सड़कों पर प्रदर्शन कर रहें छात्रों का कहना है कि सरकार उन्हीं लोगों को आरक्षण देती है जो शेख हसीना सरकार का समर्थन करती है। उनका कहना है कि सरकार मेरिट के आधार पर सरकारी नौकरियां नहीं देती है। हिंसा को देखते हुए बांग्लादेश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है और व्हाटसएप्प, इंस्टाग्राम, यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को बैन कर दिया गया है।
इंटरनेट सेवा बैन
बांग्लादेश में हालात इतने खराब हो चुके हैं कि पूरे देश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही प्रदर्शन को दबाने के लिए देश में इंटरनेट सेवा पर बैन लगा दिया गया है। हाईवे और सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वाले छात्रों पर पुलिस गोली मारने के साथ में आंसू गैस के गोले छोड़ रही है। प्रदर्शनकारी लगातार विरोद्ध प्रदर्शन कर रहे है और शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे है। 20 जिलों में हिंसा को लेकर झड़प हुई है।