वक्फ बिल पर सुझाव भेजने की समय सीमा अब सम्पत हो चुकी है। इसी के चलते बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने संयुक्त संसदीय समिति की अध्यक्ष जगदंबिका पाल को खत लिखा है। इस खत में आरोप लगाए गए है वक्फ बिल के खिलाफ कोई बड़ा षंडयंत्र रचा जा रहा है।
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि वक्फ संशोधन बिल पर जेपीसी के वरिष्ठ सदस्य निशिकांत दुबे ने जेपीसी के अध्यक्ष जगदंबिका पाल को एक पत्र लिखा है। उन्होनें इस पत्र में कई से दावे किया हैं जो कि अगर सच साबित होते हैं तो ये भारत के लिए एक बड़ा चिंता का विषय है।
उनका दावा है कि जेपीसी को मिले 1 करोड़ 25 लाख पत्रों की भाषा एक जैसी है। इसके पीछे उन्होनें AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का हाथ बताया है। इस सभी पत्रों में वक्फ बिल को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की बात की गयी है। दुबे के मोताबिक ये साजिश अंतर्राष्ट्रीय लेवल पर चल रही है। भारत के माहौल को ख़राब करने के लिए भारत की सभी विदेशी दुश्मन एक साथ आ गए हैं। पत्र में उन्होनें इस इसे सीधे राष्ट्रीय सम्प्रभुता पर वार बताया है।
उन्होनें इस पत्र में कहा है कि इस साजिश के पीछे सारे अंतर्राष्ट्रीय संगठनों का हाथ है। ये सब मिलकर भारत को बर्बाद करना चाहते हैं। बीजेपी सांसद ने जाकिर नायक का भी इस पत्र में जिक्र किया है। ये वही जाकिर नाइक है जो 2016 में भारत में नफरत फैलाने और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में फरार चल रहा है। दुबे का कहना है कि भगोड़ा इस्लामिक कट्टरपंथी जाकिर युवाओं के दिमाग में जहर घोलकर उन्हें सरकार के खिलाफ भड़का रहा है।
पूरे मामले की जांच की मांग
उन्होंने पत्र में दावा किया है कि जाकिर नाइक जेपीसी को सबमिशन से भरने में उसके नेटवर्क की किसी भी संलिप्तता की गहन तरीके से जांच की जानी चाहिए। अगर जाकिर के लगाए आरोप सच हैं तो ये भारत के राष्रीय सम्प्रभुता पर सीधा हमला है। ये भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे के रूप में देखा जाना चाहिए। ऐसा सच में हुआ है तो ये हमारे लिए चिंताजनक है।