Durga Puja In Bangladesh: मो यूनुस के नेतृत्व में बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनी है। तब से वहां लगतार हिन्दुओं पर हमले जारी है। जहां पिछली साल बांग्लादेश में 32000 हजार दुर्गा पंडाल लगाए गए थे वही इस बार केवल 1000 पंडाल लगाए गए हैं। आप इन आंकड़ों से ही अंदाजा लगा सकते हैं कि वह अल्पसंख्यक हिन्दुओं की क्या स्थिति है।
इस ही के चलते अब आयोजक हिन्दुओं पर हुए हमले का विरोध करेंगे। उनका कहना है कि उन्हें अपने अस्तित्व को लेकर दर है। वहां दुर्गा पूजा की रंगत फीकी पड़ गयी है। इस विरोध के लिए वो दुर्गा पूजा एकदम साधारण तरीके से करेंगे।
Durga Puja In Bangladesh: हिन्दुओं का अस्तित्व खतरे में है
आयोजकों का कहना है कि देश में हुई हिंसा और राजनीतिक बदलाव के बाद हिंदुओं को अपने अस्तित्व को लेकर डर है। सत्ता परिवर्तन के बाद से ही वहां लगातार अल्पसंख्यकों पर होते आये हैं। इसके चलते लोग पारंपरिक उत्सव का आयोजन करने को लेकर मायूस हैं। इस बार बांग्लादेश में दुर्गा पूजा उत्सव नहीं किया जायेगा।
पंडालों में की गयी तोड़फोड़
Durga Puja In Bangladesh: 2 अक्टूबर को महालया के साथ पूजा की शुरुआत तो हुई, लेकिन महालया की रात को कई जगहों पर मां दुर्गा की मूर्तियों के साथ तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आईं, जिससे पूरे त्योहार की रौनक छिन गई अब हिंदू वहां अपने त्योहार भी नहीं मन पा रहे हैं। पिछले साल बांग्लादेश में 32,000 से अधिक मंडप बनाए गए थे, लेकिन इस बार 1,000 से भी कम मंडप स्थापित किए गए हैं। इन आंकड़ों से ही आप अंदाजा लगा सकते हैं कि वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं की स्थिति कैसी है। बांग्लादेश में इस बार दुर्गा पूजा महोत्सव डर और चिंता के साये में मनाया जा रहा है।
मो यूनुस करते हैं दिखावा
फरीदपुर, बरगुना, गौरीपुर और किशोरगंज जैसे कई क्षेत्रों में पिछले एक महीने में मूर्तियों को तोड़ने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिससे लोगों में डर का माहौल बन गया है। मो यूनुस ने कहा था कि वे दुर्गा पूजा के लिए विशेष पुलिस सुरक्षा और सुरक्षा पंडालों की व्यवस्था करेंगे। अगर उनकी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद ऐसी घटनाएं हो रही हैं, तो ये साफ है कि उनके इरादे हिंदुओं के प्रति ठीक नहीं हैं। उन्हें बस भारत से आर्थिक मदद चाहिए, इसलिए वे हिन्दुओं को protection देने का दिखावा कर रहे हैं।