म्हारी छोरियां छोरों से कम है के, इस बात को साबित कर दिया है भारत की दिग्गज पहलवान विनेश फोगाट ने।
पेरिस ओलंपिक खेलों में विनेश एक ही दिन में कई मैच खेलकर महिला कुश्ती स्पर्धा के 50 किलोवर्ग में स्वर्ण पदक जीतने की ओर कदम रख दिया।
इस जीत के साथ ही विनेश ओलंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला एथलीट बन गई हैं।
25 अगस्त 1994 को हरियाणा के बलाली गांव में जन्मीं विनेश फोगाट देश का परचम कई बार विदेशों की धरती पर लहरा चुकी हैं।
ओलंपिक से पहले उन्होंने राष्ट्रमंडल खेलों के अलावा एशियाई खेल, विश्व चैंपियनशिप और एशियाई चैंपियनशिप में तिरंगा लहराया है।
जब से विनेश ने 50 किलोवर्ग में जीतने की ओर कदम रखा है तब से सभी भारतीयों की उम्मीदें बढ़ गई और अब हर कोई उनसे गोल्ड मेडल लाने की आस लगा रहा है।
अपने खेलों से देश का नाम रोशन करने वाली विनेश का सादगी भरा अंदाज भी लोगों को काफी पसंद आता है।
विनेश फोगाट फाइनल में अमेरिका की सारा हिल्डब्रांड के खिलाफ खेलने उतरेंगी। सारा टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके नाम 2 सिल्वर और इतने ही ब्रॉन्ज मेडल हैं।