11 महीनों से चल रहा अल नीनो अब छूमंतर हो गया है।

अल नीनो खत्म होने के साथ ही मानसून के जल्द दस्तक देने के साथ ही अच्छी बारिश के अनुमान लगाये जा रहे हैं।

अब आप सोच रहे होंगे की अलनीनो क्या है और कैसे काम करता है तो चलिए आपको बताते है।

प्रशांत महासागर के पेरू निकट सतह पर तापमान की बढ़ोत्तरी हो जाती है और इसकी वजह से मौसम में बदलाव होता है। जिसे अल नीनो कहते है।

मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि इसकी वजह से भारत में भी इस बार भीषड़ गर्मी पड़ी। 

पारा 55 डिग्री के पार जा पहुंचा और कई लोगों की मौत हो गई।

अब प्रशांत महासागर में बनने वाला अल नीनो पिछले महीने समाप्त हो गया है, जिसके बाद से जून से सितंबर तक अच्छी बारिश के अनुमान लगाए जा रहे हैं।

वहीं तापमान कम होने से ला नीना बनता है, जिसे भारत सहित कई देशों में अच्छी बारिश होती है।